Sunday, 24 February 2019

भारत माता की जय !

भारत माता की जय !
•••••••••••••••••••••••  
हर एक जुबां पर आज ,
भारत माता की जय का 
ही नारा है;

देख पैंतालिस जवानों  
की शहादत को, एक सौ 
पैंतीस करोड़ देशवासियों 
का ख़ून खौल गया है;

हर एक आंखों में बेतरतीब 
अश्रु और हर एक सीने में 
लहू दौड़ गया है...

शेरों को धोखे से मारा ,
जिन ना-पाक भेड़ियों ने,
उन्हें नेस्तोनाबूत कर के ही,
अब चैन ओ आराम लेना है...

यही कसम आज हर एक 
जवान के साथ-साथ, भारत 
में मौजूद हर एक शुर वीर 
ने खायी है; 

हर एक जुबां पर आज ,
भारत माता की जय का 
ही नारा है !

No comments:

स्पर्शों

तेरे अनुप्राणित स्पर्शों में मेरा समस्त अस्तित्व विलीन-सा है, ये उद्भूत भावधाराएँ अब तेरी अंक-शरण ही अभयी प्रवीण-सा है। ~डाॅ सियाराम 'प...